- अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिये स्वतः रोजगार योजना का संचालन
- शहरी क्षेत्र दुकान निर्माण योजना
- जीविका अवसर प्रोत्साहन योजना(अनुसूचित जाति एवं जनजाति)
- शिल्पी ग्राम(अनुसूचित जाति एवं जनजाति)
- स्वच्छकारों एवं उनके आश्रितों की विमुक्ति एवं पुर्नवास की योजना
- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा संचालित योजनाएं
1- श्री बाबूराम पुत्र श्री रामचरन, निवासी ग्राम बन्डिया पो किच्छा जनपद ऊधमसिंह नगर को राष्ट्रीय पिछड़ी जाति वित्त एवं विकास निगम की टर्मलोन योजना के अंतर्गत आटा चक्की हेतु वर्ष 2014-15 में रू10,000/- से वित्तपोषित किया गया है । श्री बाबूराम की ऋण लेने से पूर्व किसी अन्य की दुकान में सिलाई का कार्य करते थे । जिसमें परिवार का गुजारा न होने के कारण सिलाई कार्य छोड़ा दिया । वे बताते हैं कि निगम से पिछड़ी जाति के व्यक्तियों को ऋण मिलने की सूचना अखबार के माध्यम से मिली । रू0 100000/- के ऋण हेतु आवेदन किया । ऋण स्वीकृत होने पर आटा चक्की का कारोबार प्रारम्भ किया । श्री बाबूराम आज आटा चक्की की दुकान से लगभग रू0 30,000/-प्रतिमाह का कारोबार होने की पुष्टि करते हैं तथा उनके द्वारा कारोबार को बढ़ाते हुए रू0 1.30 लाख की धनराशि से मिनी राईस मिल भी स्थापित कर दी है । श्री बाबूराम के परिवार में कुल 5 सदस्य है । बड़ी लड़की एम.कॉम में, ब़ड़ा लड़का बी.कॉम में तथा छोटा लड़का 11 वीं में अध्ययनरत है । श्री बाबूराम द्वारा अवगत किया गया कि ऋण लेने के पश्चात उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है । ऋण की किस्तों का भी नियमित रूप से भुगतान कर रहे हैं ।
2- श्री निशान्त रोहिला पुत्र श्री राजेन्द्र प्रसाद रोहिला निवासी-26 मित्र लोक कालोनी बल्लूपुर रोड देहरादून, मोबाइल नम्बर-9997308054 को दिनाॅक 31 मार्च 2014 कों काज बटन हेतु रु0- 100000.00 का ऋण प्र्र्रदान किया गया था, जिसमें रु0- 85000.00 टर्मलोन 6 प्रतिशत वार्षिक ब्याज एवं रु0-10000.00 मार्जिन मनी ऋण 7 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर तथा रु0- 5000.00 लाभार्थी अंश सम्मलित था, उपलब्ध कराया गया था । अभ्यर्थी द्धारा उक्त धनराशि से चाट गली धन्टाधर देहरादून में अपनी दुकान पर काज बटन का व्यवसाय प्रारम्भ किया गया था, जो कि वर्तमान समय में भी संचालित है, वर्तमान समय में लाभार्थी का कारोबार बहुत अच्छा चल रहा है, तथा लाभार्थी की आय व्यवसाय प्रारम्भ करने के समय से लगभग तीन गुनी बढ गयी है, व्यवसाय बढने पर अभ्यर्थी द्धारा अन्य दो लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है । अभ्यर्थी द्धारा लिये गये ऋण की किश्तें समय से प्रदान की जा रही है, वर्तमान समय में मार्जिन मनी ऋण की समस्त किश्तें जमा कर दी है, अवशेष टर्मलोन की किश्तें भी समय से जमा की जा रही है।
3- संजीव कुमार देवल पुत्र श्री भगवत चरण, निवासी भल्ला मार्केट, मेडिकल गली, रूद्रपुर जिला ऊधमसिंह नगर को राष्ट्रीय पिछड़ी जाति वित्त एवं विकास निगम की टर्मलोन योजना के अंतर्गत जूते की दुकान हेतु रू0 वर्ष 2014.15 में रू.1,00000/- से वित्तपोषित किया गया है । श्री संजीव कुमार की ऋण लेने से पूर्व जूते की एक छोटी सी दुकान थी । पूंजी के अभाव में 4.6 जोड़ी जूते तथा 4.6 जोड़ी चप्पल ही दुकान में रख पाते थे । निगम से पिछड़ी जाति के व्यक्तियों को ऋण मिलने की सूचना अखबार के माध्यम से मिली । रू0 1,00000/- के ऋण हेतु आवेदन किया । ऋण स्वीकृत होने पर कारोबार को बढ़ाना प्रारम्भ किया । श्री देवल आज दुकान में रू0 2,00000/- का सामान होने की पुष्टि करते हैं । पहले रूद्रपुर से ही जूते.चप्पल खरीदकर बेचते थे, जिसमें बहुत कम मार्जिन मिलता था । अब दिल्ली तथा आगरा से खरीददारी करते हैं । आज माह में लगभग रू0 25000/- की आमदनी अर्जित करते हैं । 2 बच्चे इंगलिश मिडियम स्कूल में पढ रहे हैं । ऋण की किस्तों का नियमित रूप से भुगतान कर रहे हैं । युवाओं को नसीहत देते हैं कि नौकरी की ओर न भागकर स्वरोजगार अपनाएं ।
- जीविका अवसर प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024 -25 में प्रदेश के अनुसूचित जाति/जनजाति के लाभार्थियों को प्रशिक्षण देने वाली संस्थाओं हेतु विज्ञप्ति(दिनांक 14 जून, 2024 के दैनिक जागरण एवं दैनिक हिंदुस्तान समाचार पत्रों में प्रकाशित) |
- जीविका अवसर प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत दिनांक 14 जून, 2024 को प्रकाशित विज्ञप्ति संशोधन सूचना |
- विभागीय सॉफ्टवेयर
- समाज कल्याण विभाग
- सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय
- दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग
- राष्ट्रीय जनजाति वित्त विकास निगम
- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम
- राष्ट्रीय पिछड़ा वित्त विकास निगम
- उत्तराखंड अल्पसंख्यक कल्याण तथा वक्फ वित्त विकास निगम
- राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त विकास निगम